चीनी मौसम 2024-25 के लिए चीनी मिलों द्वारा देय गन्ने के ‘उचित और लाभकारी मूल्य’ को मिली मंजूरी

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गन्ने का खरीद मूल्य 10.25 प्रतिशत की मूल वसूली दर पर 340 रुपये प्रति क्विंटल तय किया गया। केन्द्र सरकार के इस फैसले से 5 करोड़ से अधिक गन्ना किसानों (परिवार के सदस्यों सहित) और चीनी क्षेत्र से जुड़े लाखों अन्य लोगों को फायदा होगा

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडल समिति ने 21 फरवरी को चीनी मौसम 2024-25 के लिए चीनी की 10.25 प्रतिशत वसूली दर पर की गन्ने का उचित और लाभकारी मूल्य (एफआरपी) 340 रुपये/क्विंटल करने की मंजूरी दे दी। यह गन्ने की ऐतिहासिक कीमत है जो चालू मौसम 2023-24 के लिए गन्ने के एफआरपी से लगभग 8 प्रतिशत अधिक है। संशोधित एफआरपी 01 अक्टूबर, 2024 से लागू होगी।

गन्ने के ए2+एफएल मूल्य से 107 प्रतिशत अधिक पर नया एफआरपी गन्ना किसानों की समृद्धि सुनिश्चित करेगा। गौरतलब है कि भारत पहले से ही दुनिया में गन्ने की सबसे ज्यादा कीमत चुका रहा है, लेकिन इसके बावजूद केंद्र सरकार भारत के घरेलू उपभोक्ताओं को दुनिया की सबसे सस्ती चीनी उपलब्ध करा रही है। केन्द्र सरकार के इस फैसले से 5 करोड़ से अधिक गन्ना किसानों (परिवार के सदस्यों सहित) और चीनी क्षेत्र से जुड़े लाखों अन्य लोगों को फायदा होगा। यह किसानों की आय दोगुनी करने की मोदी की गारंटी को पूरा करने की पुष्टि करता है।
इस मंजूरी के साथ चीनी मिलें गन्ने की एफआरपी 10.25 प्रतिशत की वसूली पर 340 रुपये/क्विंटल की दर से भुगतान करेंगी।

पिछले 10 वर्षों में मोदी सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि किसानों को उनकी फसल का सही मूल्य सही समय पर मिले। पिछले चीनी सीज़न 2022-23 का 99.5 प्रतिशत गन्ना बकाया और अन्य सभी चीनी सीज़न का 99.9 प्रतिशत किसानों को पहले ही भुगतान किया जा चुका है, जिससे चीनी क्षेत्र के इतिहास में सबसे कम गन्ना बकाया लंबित है।