‘मन की बात@100’ के माध्यम से नए भारत की कहानी

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पीयूष गोयल

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के अनूठे मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 100वें एपिसोड का प्रसारण एक मील का पत्थर है। ‘मन की बात’ जनता के साथ प्रधानमंत्री के गहरे जुड़ाव का प्रतीक है, जो उन्हें एक दयालु और निर्णायक नेता के रूप में मान्यता देती हैं, ऐसे नेता जो जीवन को बेहतर बनाने के लिए देश को बदल रहा हैं।

3 अक्टूबर, 2014 को ‘मन की बात’ के पहले एपिसोड के बाद से प्रधानमंत्रीजी ने देशवासियों के साथ एक विशिष्ट संबंध बनाया है, जिस पर नागरिकों ने अपनी उत्साहपूर्वक प्रतिक्रिया दी है और महीने दर महीने अपनी उपलब्धियों, खुशियों, चिंताओं और अपने बहुमूल्य सुझावों को प्रधानमंत्रीजी के साथ साझा किया है।

देशवासियों के साथ इस नियमित संवाद और इसकी लोकप्रियता का अन्य कोई उदाहरण नहीं मिलता है – यह एक ऐसा तथ्य जिसकी विश्व स्तर पर सराहना की गई है। इटली की प्रधानमंत्री जार्जिया मेलोनी ने हाल ही में प्रधानमंत्री मोदीजी को दुनिया के ‘सबसे पसंदीदा’ नेता के रूप में वर्णित किया, जबकि अमेरिकी वाणिज्य सचिव गीना रायमोंडो ने कहा कि भारतीय प्रधानमंत्री ‘अविश्वसनीय दूरद्रष्टा’ है और विश्व के सबसे लोकप्रिय नेता थे, जो भारत को एक वैश्विक शक्ति के रूप में स्थापित करने का प्रयास कर रहे हैं।

‘मन की बात’ अमृत काल में एक विकसित देश बनने की दिशा में देश की नब्ज को पकड़ता है। मन की बात ने करोड़ों भारतीयों को आकर्षित और प्रेरित किया है। प्रत्येक एपिसोड के साथ श्रोताओं की संख्या बढ़ती गई है। प्रधानमंत्री मोदीजी ने सामाजिक परिवर्तन और राष्ट्रीय विकास के लिए काम करने के लिए साथी भारतीयों को शिक्षित करने, मार्गदर्शन देने, सलाह देने और प्रेरित करने का आह्वान किया है। महत्वपूर्ण रूप से जैसा कि केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने कहा िक मन की बात प्रकृति में पूरी तरह से गैर-राजनीतिक कार्यक्रम रहा है।

प्रधानमंत्री मोदीजी का नियमित संवाद देश में गौरव की एक शक्तिशाली भावना पैदा करता है। उन्होंने स्थानीय कला और कारीगरों का प्रचार प्रमुखता से किया, जिससे उनकी पहुंच भारत और विदेशों में खरीदारों तक बने और उन्हें आवश्यक पहचान और ब्रांड वैल्यू मिल सके। इस कार्यक्रम के माध्यम से खादी को भी बढ़ावा दिया गया, जो ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देती है। कार्यक्रम के प्रभाव को इस

इटली की प्रधानमंत्री जार्जिया मेलोनी ने हाल ही में प्रधानमंत्री मोदी को दुनिया के ‘सबसे पसंदीदा’ नेता के रूप में वर्णित किया, जबकि अमेरिकी वाणिज्य सचिव गीना रायमोंडो ने कहा कि भारतीय प्रधानमंत्री ‘अविश्वसनीय दूरद्रष्टा’ है और विश्व के सबसे लोकप्रिय नेता थे, जो भारत को एक वैश्विक शक्ति के रूप में स्थापित करने का प्रयास कर रहे हैं

तथ्य से समझा जा सकता है कि मोदीजी के ‘मन की बात’ में घरेलू खिलौना बनाने और स्थानीय खिलौना उद्योग के लिए समर्थन का उल्लेख करने के बाद से खिलौनों का आयात 2018-19 में 371 मिलियन डॉलर से गिरकर 2021 में 110 मिलियन डॉलर हो गया, यह गिरावट तकरीबन 70 प्रतिशत की थी। इसके अतिरिक्त निर्यात 202 मिलियन डॉलर से बढ़कर 326 मिलियन डॉलर हो गया।

जब कोविड-19 महामारी के दौरान दुनिया भर के लोग और अर्थव्यवस्थाएं इस महामारी से प्रभावित हो रही थीं, उस दौरान भी प्रधानमंत्री मोदीजी ने अपने मासिक संबोधन के माध्यम से राष्ट्र की भावना को ऊपर उठाने और सकारात्मकता माहौल बनाने का प्रयास किया। प्रधानमंत्री मोदीजी ने इस कार्यक्रम के माध्यम से ट्रक ड्राइवरों और पायलटों को संबोधित किया और उनका मनोबल बढ़ाया। उन्होंने सभी कोविड योद्धाओं की सराहना भी की।

‘मन की बात’ का एक और महत्वपूर्ण आयाम यह है कि इसने सरकार की कई प्रमुख पहलों को प्रेरणा देने का कार्य किया और उन्हें जन आंदोलनों में बदल दिया है। इनमें ‘स्वच्छ भारत’ और ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ जैसे अभियान शामिल हैं। एक और शानदार उदाहरण ‘सेल्फी विद डॉटर’ की शानदार सफलता है। इसके माध्यम से घरेलू पर्यटन को काफी बढ़ावा मिला है। ‘स्वच्छता अभियान’ के कारण स्वच्छता को लेकर व्यापक सामाजिक जागरूकत आयी है, जल संरक्षण को भी बढ़ावा दिया गया। इसी प्रकार पर्यावरण संरक्षण अब एक आंदोलन के रूप में विकसित हो गया है।

‘मन की बात’ कार्यक्रम 140 करोड़ नागरिकों की शक्ति को स्वीकार करता है और उन्हें राष्ट्र निर्माण के मिशन में अपना सर्वश्रेष्ठ देने के लिए प्रेरित करता है। अब इसे 23 भारतीय और 11 विदेशी भाषाओं में प्रसारित किया जा रहा है, जो प्रधानमंत्री के असाधारण नेतृत्व में देश की विकास यात्रा का प्रमाण बन रहा है। इन 100 प्रसारणों में प्रधानमंत्री ने विभिन्न विषयों को अपने कार्यक्रम में प्रमुखता से उठाया जैसे मौसम, पर्यावरण, स्वच्छता, सामाजिक मुद्दे, स्वदेशी शिल्प, परीक्षाओं का तनाव, स्वच्छ भारत, फिट इंडिया, बालिकाओं को बचाने और शिक्षित करने, जल संरक्षण, वोकल फॉर लोकल, आत्मनिर्भर भारत आदि। साथ ही, उन्होंने हमारे महान राष्ट्र की सांस्कृतिक विविधता का उत्सव भी मनाया।

मन की बात के एपिसोड्स में भारत भर के गुमनाम नायकों, जमीनी स्तर के चैंपियन और चेंजमेकर्स के बारे में प्रेरणादायक कहानियां से अवगत करवाया गया।

विभिन्न ज्वलंत विषयों, चेंजमेकर्स और जमीनी नायकों की ओर हमारा ध्यान आकर्षित करने के साथ ही प्रधानमंत्रीजी का मासिक संवाद भविष्य के रोडमैप को भी रेखांकित करता है। इस विकास यात्रा में जनभागीदारी की भावना भरी हुई है, जो पूरे राष्ट्र की रचनात्मक ऊर्जा का उपयोग करती है, विशेष रूप से युवाओं की इसमें अहम भूमिका है।

स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे होने के अवसर पर प्रधानमंत्री मोदीजी ने लाल किले के प्राचीर से नौवीं बार राष्ट्रीय ध्वज फहराया और ‘पंच प्राण’ पर आधारित भविष्य के लिए अपना दृष्टिकोण पेश किया। इस भविष्यवादी दृष्टिकोण के अनुरूप उन्होंने 140 करोड़ देशवासियों के साथ ‘अमृत काल’ में देश को औपनिवेशिक मानसिकता से मुक्त करने का संकल्प लिया। जैसाकि उन्होंने स्पष्टता के साथ कहा, “आज हमारे रास्ते हमारे अपने हैं, हमारे प्रतीक हमारे अपने हैं।”

इन 100 एपिसोड्स के दौरान प्रधानमंत्री मोदीजी ने कई देशभक्ति, सामाजिक और सांस्कृतिक मुद्दों को छुआ, जिन्हें नागरिकों ने पूरे दिल से अपनाया है। इसमें आजादी के 75 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में आजादी का अमृत महोत्सव मनाने का आह्वान और हर घर में राष्ट्रीय ध्वज फहराने का उनका लोकप्रिय अभियान– ‘हर घर तिरंगा’ शामिल है।

‘मन की बात’ प्रधानमंत्री मोदीजी के नेतृत्व में पिछले नौ वर्षों में भारत की असाधारण विकास यात्रा का एक प्रामाणिक रिकॉर्ड है। यह कार्यक्रम जमीन से जुड़े, संवेदनशील, दूरदर्शी और शक्तिशाली जन नेता की उनकी छवि को और मजबूत करता है।

(लेखक केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग, उपभोक्ता मामले और खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण तथा कपड़ा मंत्री हैं)