‘ओबीसी समाज के गौरव को पुन:स्थापित करेंगे

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भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह ने 3 अप्रैल को कर्नाटक में कगिनेले डेवलपमेंट अथॉरिटी के नजदीक मैदान में ओबीसी कन्वेंशन को संबोधित किया और प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र की भारतीय जनता पार्टी द्वारा ओबीसी के कल्याण के लिए उठाये क़दमों पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने जनता से राज्य की भ्रष्टाचारी सिद्धारमैया सरकार को सत्ता से उखाड़ फेंककर श्री येदुरप्पा के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी की विकासोन्मुखी सरकार बनाने की अपील की।

भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि कनकदास की तपोभूमि और कर्मभूमि में आकर मैं अपने-आप को धन्य समझ रहा हूं। उन्होंने कहा कि कर्नाटक चुनाव का बिगुल बज चुका है और राज्य की जनता को यह तय करना है कि महान कर्नाटक के भविष्य की बागडोर किसके हाथ में होगी। उन्होंने कहा कि जहां एक ओर श्री येदुरप्पा जी के कर्मठ नेतृत्व में किसान, गरीब, दलित और ओबीसी समुदाय के लोगों के लिए अहर्निश काम करने वाली भाजपा सरकार है, तो वहीं दूसरी ओर वोटबैंक और तुष्टीकरण की राजनीति कर समाज को बांटने वाली कांग्रेस की सिद्धारमैया सरकार। उन्होंने कहा कि कर्नाटक की जनता के सामने एक ओर तो प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सबका साथ, सबका विकास के सहारे देश को विकास के पथ पर अग्रसर करने वाली भारतीय जनता पार्टी की सरकार है तो दूसरी ओर समाज में झगड़ा करवा कर अंग्रेजों की तरह ‘फूट डालो और शासन करो’ की नीति पर काम करने वाली कांग्रेस पार्टी। उन्होंने कहा कि अब कर्नाटक की जनता को तय करना है कि उन्हें किसको चुनना है।

श्री शाह ने कहा कि मोदी सरकार ओबीसी जातियों के लिए पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक मान्यता देने के उद्देश्य से संसद में विधेयक लेकर आई थी, इसे लोक सभा में तो हमने पारित करा लिया क्योंकि वहां हमारी बहुमत है लेकिन राज्य सभा में कांग्रेस ने ओबीसी कमीशन में माइनॉरिटी सदस्य होने की बात कह कर इस विधेयक को पारित नहीं होने दिया। उन्होंने कहा कि काका साहब कालेलकर कमीशन के समय से यह विधेयक लंबित पड़ा हुआ था, कांग्रेस जब तक सत्ता में रही, तब तक उसने तो कुछ किया नहीं और जब हमने इस विधेयक को संसद में पारित कराना चाहा, तब भी वह रोड़े अटका रही है। उन्होंने सिद्धारमैया से प्रश्न पूछते हुए कहा कि आप अपने-आप को ओबीसी नेता कहते हैं तो राज्य की ओबीसी जनता को जवाब दीजिये कि आप अपनी ही पार्टी को समझाने में विफल क्यों रहे? उन्होंने कहा कि केवल और केवल कांग्रेस के विरोध के कारण ही पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक मान्यता प्रदान करने वाला विधेयक संसद में अटका हुआ है, इस विधेयक को संसद में पारित नहीं होने देने का पाप कांग्रेस पार्टी ने किया है। उन्होंने कहा कि मैं ओबीसी समाज को आश्वस्त करना चाहता हूं कि कांग्रेस चाहे कितना भी रोक ले, भारतीय जनता पार्टी इस विधेयक को संसद के दोनों सदनों से पुनः पारित करके पिछड़े समाज के लोगों को न्याय दिलाकर रहेगी।

भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी हमेशा समाज के सभी वर्गों को साथ में लेकर आगे बढ़ती है। उन्होंने कहा कि कर्नाटक की जनता के अथाह प्यार और समर्थन से यह निश्चित है कि राज्य में अगली सरकार भारतीय जनता पार्टी की बनने वाली है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में कर्नाटक की सशक्त येदुरप्पा सरकार ओबीसी समाज के गौरव को पुनर्स्थापित करने का काम करेगी।

श्री शाह ने कहा कि कर्नाटक में कांग्रेस की सिद्धारमैया सरकार बनने के बाद जिस प्रकार से एक-के-बाद-एक भारतीय जनता पार्टी एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ताओं पर हमले का जो सिलसिला चला है, वह भर्त्सनीय है। उन्होंने कहा कि पिछले चार सालों में कर्नाटक में 24 से ज्यादा भाजपा एवं संघ के कार्यकर्ताओं की हत्या हुई है जिसमें अधिकांश संख्या ओबीसी कार्यकर्ताओं की है। उन्होंने कहा कि कर्नाटक में श्री येदुरप्पा जी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनते ही पार्टी कार्यकर्ताओं के हत्यारों को जेल की सींखचों के पीछे पहुंचाया जाएगा और संवैधानिक तरीके से कठोर से कठोर सजा दिलाने का प्रावधान किया जाएगा।

भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि मोदी सरकार पिछड़े वर्ग के कल्याण के प्रति समर्पित है। मोदी सरकार द्वारा शुरू किये गए लोक-कल्याणकारी योजनाओं का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि मुद्रा बैंक योजना, उज्ज्वला योजना, सौभाग्य योजना, स्वच्छ भारत अभियान के तहत शौचालय निर्माण की योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना इत्यादि योजनायें देश के गरीब और ओबीसी समाज के कल्याण को ही केंद्र में रख कर बनाई गई है। उन्होंने कहा कि अकेले मुद्रा बैंक योजना के तहत कर्नाटक में 98 लाख, अर्थात् लगभग एक करोड़ लोगों को स्वरोजगार के लिए ऋण उपलब्ध कराया गया है, जिसमें से 50 लाख से अधिक ओबीसी समाज के युवा हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में साढ़े तीन लाख गरीब परिवारों को प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत गैस सिलिंडर दिया गया है जिसमें से एक लाख ओबीसी समाज की महिलाएं हैं।

श्री शाह ने कहा कि इस बार के बजट में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी देश के सभी गरीब नागरिकों और किसानों के लिए दो महत्वपूर्ण योजनायें लेकर आये हैं। उन्होंने कहा कि ‘आयुष्मान भारत’ योजना के तहत गरीबों की पांच लाख रुपये तक के स्वास्थ्य खर्चे का भार केंद्र की भारतीय जनता पार्टी सरकार उठायेगी, इससे देश के 10 करोड़ परिवारों अर्थात् लगभग 50 करोड़ लोगों को लाभ पहुंचेगा। उन्होंने कहा कि आजादी के 70 साल तक किसी सरकार ने किसानों को उसकी लागत मूल्य का डेढ़ गुना समर्थन मूल्य देने का निर्णय लेने का साहस नहीं दिखा पाई, यह प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी हैं जिन्होंने किसानों को उनकी उपज के लागत मूल्य का डेढ़ गुना समर्थन मूल्य देने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि इन दोनों योजनाओं का बहुत सकारात्मक असर देश की गरीब जनता में दिखाई पड़ रहा है, ये योजनाएं उनके जीवन-स्तर को ऊंचा उठाने में सहायक सिद्ध होगा।

राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि कर्नाटक में किसानों की हालत दयनीय बनी हुई है, पिछले चार सालों में राज्य में लगभग 3500 से अधिक किसान आत्महत्या कर चुके हैं, जबकि मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के कानों पर जूं तक नहीं रेंगती। उन्होंने कर्नाटक की जनता का आह्वान करते हुए कहा कि आप एक बार कर्नाटक में भारतीय जनता पार्टी की किसान-मित्र येदुरप्पा सरकार का गठन कीजिये, हम कृषि को प्राथमिकता देंगे और इसे मजबूत करने की दिशा में ठोस कदम उठाएंगे, ताकि हमारे किसान भाइयों को आत्महत्या जैसा कदम न उठाना पड़े।

कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया पर करारा प्रहार करते हुए श्री शाह ने कहा कि सिद्धारमैया अपने आप को अहिन्दा नेता कहते हैं, लेकिन उन्हें केवल A अर्थात् अल्पसंख्यकों की चिंता है। उन्होंने कहा कि सिद्धारमैया सरकार ने बजट के आवंटन में भी ओबीसी समुदाय के साथ घोर अन्याय किया है।

भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि श्री शाह ने कहा कि कांग्रेस की यूपीए सरकार के दौरान केन्द्रीय अनुदान के रूप में 13वें वित्त आयोग में कर्नाटक को केवल 88,583 करोड़ रुपये मिले थे, जबकि 14वें वित्त आयोग में मोदी सरकार ने कर्नाटक को 2,19,506 करोड़ रुपये की राशि आवंटित की है। उन्होंने कहा किमोदी सरकार ने 112 से अधिक गरीब-कल्याण योजनाओं की शुरुआत की है, लेकिन कर्नाटक की सिद्धारमैया सरकार इन योजनाओं को जनता तक पहुंचने ही नहीं देती। उन्होंने कर्नाटक को एक मॉडल स्टेट के रूप में विकसित करने और राज्य में विकास की गति को और तेज करने के लिए जनता से श्री येदुरप्पा जी के नेतृत्व में राज्य में भारतीय जनता पार्टी की पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने की अपील की।