रा.स्व.संघ स्वयंसेवक राजेश की हत्या

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रल में 29 जुलाई को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के 34 वर्षीय कार्यवाह श्री राजेश पर हमला कर उनकी हत्या कर दी गई। उनका बायां हाथ काट दिया गया और उनके शरीर पर 70-80 घाव थे। केरल भाजपा के अध्यक्ष श्री कुम्मनम राजशेखरन ने कहा कि हमले के पीछे मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी का हाथ है।

इस घटना के विरोध में भाजपा ने राज्यव्यापी हड़ताल आहूत की थी, जो पूरी तरह सफल रही। सरकारी और निजी बसें सड़कों से नदारद रहीं, दुकानें और व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे।

हत्या को बर्बर करार देते हुए श्री राजशेखरन ने कहा कि यह रा.स्व.संघ और भाजपा को खत्म करने के लिए की जा रही विनाश की राजनीति है। उन्होंने कहा कि भाजपा मामले को प्रधानमंत्री, केन्द्रीय गृहमंत्री और राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के समक्ष उठाएगी।

भाजपा ने संसद में उठाया केरल में हुई हत्याओं का मुद्दा

भारतीय जनता पार्टी के सांसदों ने 2 अगस्त को लोकसभा में केरल में राजनीतिक कारणों से हुई हत्याओं का मुद्दा उठाया और राज्य में माकपा नेतृत्व वाले वाम मोर्चा को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया। भारतीय जनता पार्टी के सांसद श्री प्रहलाद जोशी ने शून्य काल के दौरान कहा, ‘केरल में वाम मोर्चा के 17 महीनों के कार्यकाल में 17 लोग मारे जा चुके हैं।’

श्री जोशी ने कहा, “कांग्रेस कार्यकर्ता भी मारे गए हैं, लेकिन वे उनके साथ दिल्ली में सांठगांठ कर रहे हैं और केरल में लड़ रहे है।” भाजपा सांसद श्रीमती मीनाक्षी लेखी ने राजनीतिक हिंसा के कथित पीड़ितों नामों की सूची पढ़ी। उन्होंने कहा, ‘ये उन लोगों के नाम हैं, जो केरल में राजनीति से प्रेरित हत्याओं के शिकार हुए। असहिष्णुता और लोकतंत्र पर भाषण देने वाले लोकतंत्र में वैकल्पिक विचारधाराओं को बर्दाश्त नहीं कर सकते।” उन्होंने कहा, “इस्लामिक स्टेट (आईएस) में शामिल होने वाले भी मुख्य रूप से इसी राज्य से आते हैं।” उन्होंने कहा, “जब भाजपा कार्यकर्ता मारे जाते हैं, तब हम आवाज उठाते हैं। अन्य तो आवाज भी नहीं उठाते। राजनीति हत्या करने का लाइसेंस नहीं देती।”

लोकतंत्र में राजनीतिक हिंसा अस्वीकार्य : राजनाथ सिंह

केंद्रीय गृह मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने केरल में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के एक कार्यकर्ता की हत्या की निंदा करते हुए कहा कि लोकतंत्र में राजनीतिक हिंसा अस्वीकार्य है। उन्होंने इस मुद्दे पर केरल के मुख्यमंत्री मंत्री श्री पिनराई विजयन से भी बात की।

श्री राजनाथ सिंह ने 30 जुलाई को अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर जारी संदेश में कहा कि केरल में राजनीतिक हिंसा की हालिया घटनाओं पर आज केरल के मुख्यमंत्री श्री पिनराई विजयन से बात की। मैंने केरल में कानून और व्यवस्था की स्थिति पर चिंता व्यक्त की। लोकतंत्र में राजनीतिक हिंसा अस्वीकार्य है। उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा कि मुझे उम्मीद है कि केरल में राजनीतिक हिंसा रुकेगी और हमलावरों को शीघ्र न्याय के कठघरे में खड़ा किया जाएगा।