प्रधानसेवक नरेंद्र मोदी के जन्मदिन को मनाने का सबसे श्रेष्ठ तरीका इसे सेवा दिवस के तौर मनाना ही है

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अमित शाह

ज हम अपने प्रिय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी को जन्म दिन की हार्दिक शुभकामनाएं दे रहे हैं और देश सेवा के लिए उनके स्वस्थ जीवन की कामना करते हैं।

मैं जब से नरेंद्र भाई को जानता हूं, उन्होंने कभी अपना जन्मदिन नहीं मनाया। उनके लिए यह दिन रोज के किसी भी दिन के समान होता है। आज भी वो गुजरात में हैं और सरदार सरोवर बांध राष्ट्र को समर्पित कर रहे हैं। यह परियोजना लाखों किसानों को लाभ पहुंचाएगी। साथ ही वो स्टेचू ऑफ यूनिटी परियोजना की समीक्षा करेंगे, दाभोई में एक विशाल रैली को संबोधित करेंगे और अमरेली में सहकारी क्षेत्र के लोगों के साथ मुलाकात करेंगे।

मुझे प्रसन्नता है कि आज के दिन को विभिन्न क्षेत्रों के लोग सेवा दिवस के तौर पर मना रहे हैं। कई संगठन और स्वयंसेवी संस्थाएं, विशेषतौर पर युवाओं द्वारा संचालित संगठन आज के दिन सामाजिक सेवाओं के प्रयासों का शुभारंभ कर रहे हैं।

नरेंद्र भाई के जन्मदिन को मनाने का सबसे श्रेष्ठ तरीका इसे सेवा दिवस के तौर पर मनाना ही है। नरेंद्र भाई ऐसे व्यक्ति हैं जिनका हृदय सदैव गरीबों, समाज के वंचित वर्ग और किसानों के लिए धड़कता रहा है। उनके कल्याण की दिल की गहराई से चिंता करने के भाव ने ही उन्हें अपने युवा काल से राष्ट्र के निर्माण के लिए प्रेरित किया। अपने जीवन के प्रत्येक क्षण को उन्होंने इंडिया फर्स्ट के भाव के साथ जिया है।

नरेंद्र भाई में देश की जनता एक प्रेम और करुणा से भरा नेता देखती है, जिसके साथ वो खुद को जोड़ती है। वे उनमें स्वयं का प्रतिबिंब देखते हैं। एक ऐसा व्यक्ति जो चौबीसो घंटे बिना किसी निजी स्वार्थ के राष्ट्र के कल्याण के काम में लगा है। उनकी लोकप्रियता सभी सीमाएं लांघ गई है।

नरेंद्र भाई का जीवन भारत को ही परिलक्षित करता है। जब नरेंद्र भाई कहते हैं कि वो गरीब के लिए ही जिएंगे और मरेंगे, तब ये उनके केवल शब्द ही नहीं है। उन्होंने गरीबी को बेहद नजदीक से देखा है और वह समझते हैं कि गरीब होने के मायने क्या हैं और वह कैसे जीता है। उन्होंने गरीब के जीवन के इस संघर्ष का अनुभव किया है। वह अपनी मेहनत और कड़े परिश्रम के बल पर लोगों के आशीर्वाद के साथ आज इस स्थान तक पहुंचे हैं। उनकी जीवन यात्रा इस देश के युवाओं को प्रेरणा और आत्मविश्वास से भर देती है कि हां मेरे लिये भी इस नए भारत में अनंत संभावनायें और अवसर है ।

यह नरेंद्र भाई की गरीबों की इच्छाओं के प्रति संवेदनशीलता ही है, जिसने उन्हें गरीबों के कल्याण के ऐतिहासिक प्रयासों के लिए प्रेरित किया। जनधन योजना की ऐतिहासिक सफलता ने लाखों लोगों के लिए बैंकिंग सिस्टम को खोला है। अब तक ये लोग देश के वित्तीय तंत्र से अलग थलग थे। आगे चलते हुए सरकार ने गरीबों के लिए अब तक के सबसे बड़े सामाजिक सुरक्षा अभियान की शुरुआत की।

देश के युवाओं की रचनात्मकता, सृजनशीलता और कुछ कर दिखाने के जज्बे पर नरेन्द्रभाई का अटूट विश्वास है। मुद्रा योजना उनके इसी दृढ़ विश्वास का परिणाम है। यह हर्ष की बात है कि मुद्रा के लाभार्थियों में अधिकांश गरीब परिवारों, छोटे शहरों और ग्रामीण भारत के लोग हैं। देश के युवा को उनका संदेश स्पष्ट है-अगर आप अपने सपनों को उड़ान देना चाहते हो तो सरकार आपको उड़ने के लिए पंख प्रदान करेगी।

एक भ्रष्ट तंत्र गरीबों को कष्ट देता है। खासतौर पर मध्य वर्ग और उभरते हुए मध्यवर्ग के लिए यह बेहद कष्टकारी साबित होता है। यह लोगों में सिस्टम के प्रति भरोसा भी कम करता है। नरेंद्र भाई ने प्रधानमंत्री के तौर पर कामकाज संभालने के बाद सबसे पहला काम यही किया कि कालेधन पर एक विशेष जांच दल (एसआइटी) का गठन किया। तब से अब तक कालेधन के खिलाफ कई मामलों में कार्यवाही की जा चुकी है और भ्रष्टाचार रोकने के लिए नोटबंदी और बेनामी संपत्ति कानून लाने जैसे कदम उठाए गए। ईमानदार करदाता, जिनमे से अधिकांश मध्यमवर्ग से आते हैं आज संतुष्ट और गर्व महसूस करते हैं।
नरेंद्र भाई ने भ्रष्टाचार के खिलाफ कदम उठाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है और वर्षों से चली आ रही कुछ चुनिंदा लोगों को सुविधा मिलने की परंपरा समाप्त हुई है। गरीबों को अब उनका अधिकार मिल रहा है। नरेंद्र भाई से अक्सर लोग पूछते हैं कि आपको ऐसे लोगों के खिलाफ कार्यवाही करने की ताकत कहां से मिलती है। तब वह अपने ही अंदाज में कहते हैं – मैं यहां गरीब के लिए काम कर रहा हूं। मैं किसी से क्यों डरूं। यह राष्ट्र ही मेरा परिवार है। मैं यहां अपनी किसी विरासत को मजबूत करने के लिए नहीं हूं, मैं केवल और केवल भारत के लिए काम करूंगा।

किसी काम को करने की प्रतिबद्धता नरेंद्र भाई की सबसे बड़ी खूबी है। अगर कोई चीज देश के लिए अच्छी है तो वह उसे पूरी दृढ़ता और विश्वास के साथ आगे ले जाते हैं। उनकी यह प्रतिबद्धता और निश्चितता भ्रष्टाचार और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में देखी जा सकती है। सरकार ने आंतकवाद के वित्त पोषण और आतंकवादियों के विरुद्ध कड़े कदम उठाए हैं। आतंकवादियों के विरुद्ध सर्जिकल स्ट्राइक ने दुनिया को दिखा दिया है कि भारत कितना सक्षम है। कूटनीतिक तौर पर भी आज नरेंद्र भाई आतंकवाद के खिलाफ दुनिया के देशों का समर्थन भारत के पक्ष में लाने में सफल रहे हैं।

भारत सरदार पटेल को देश को एक सूत्र में बांधने के लिए सदैव याद करेगा। साथ ही डा. बाबा साहेब आंबेडकर को समाज को एक सूत्र में बांधने के लिए हमेशा याद किया जाएगा। इसी तरह जनधन से लेकर जीएसटी तक नरेंद्र भाई ने देश को आर्थिक एकता के सूत्र में पिरोने के काम की शुरुआत की है।
किसी भी कार्य को आगे ले जाने का दिशा बोध, उसको करने की अदम्य इच्छा शक्ति और उसकी हर बारीकी की गहराई में जाने का स्वभाव उनको एक आदर्श संगठक बनाता है। दूरदराज के क्षेत्रों में संगठन का कार्य, पार्टी के प्रवक्ता या महासचिव पद तक ऐसा कोई काम नहीं है, जहां नरेंद्र भाई ने अपनी संगठन कौशल की छाप नहीं छोड़ी हो। अपने विस्तृत सांगठनिक कामकाज के चलते वह देश के प्रत्येक जिले में रहे और देश की समृद्ध विविधता का प्रत्यक्ष अनुभव किया।

गुजरात में भारतीय जनता पार्टी का कार्य करते थे तब और दिल्ली में महासचिव के अपने कार्यकाल के दौरान और आज भी नरेंद्र भाई युवा कार्यकर्ताओं के लिये एक प्रेरणास्त्रोत रहे हैं। उन्होंने हमेशा युवा, ख़ुद के बल पर और जमीन से उठ कर आने वाले कार्यकर्ताओं को आगे बढ़ाने का काम किया और उन युवाओं में काम करने की भावना को पोषित किया, न कि सत्ता में आने की भावना को। उन्होंने युवाओं को हमेशा कहा कि कुछ बनने की चाह नहीं, बल्कि कुछ करने की चाह पैदा करो।

नरेंद्र भाई से मेरी पहली मुलाकात एक युवा बीजेपी कार्यकर्ता के रूप में हुई। उस वक्त भाजपा देश में उभरने का प्रयास कर रही थी। हममे से कोई भी सत्ता की तरफ नहीं देख रहा था। सत्ता हमारे लिए कोई विषय ही नहीं था। हमारा तो प्रत्येक क्षण केवल भारत के कल्याण के प्रति समर्पित था। बाद में 1995 और 1998 के गुजरात चुनाव के दौरान और पार्टी के अन्य मंचों पर मुझे नरेंद्र भाई के नजदीक रहकर काम करने का मौका मिला। यही नहीं मुझे सात साल तक नरेंद्र भाई के नेतृत्व में गुजरात के गृह मंत्री के तौर पर काम करने का मौका भी मिला। यही वक्त था जब मैंने उनकी प्रशासन पर पकड़ का प्रत्यक्ष अनुभव किया। उन्होंने कैसे पूरे गुजरात को एक आदर्श राज्य के तौर पर सुशासन के साथ विकसित किया, इसका भी मैं गवाह रहा हूं।

एक बार फिर मैं अपने समस्त देशवासियों और भाजपा कार्यकर्ताओं के परिवार के साथ नरेंद्र भाई को उनके जन्मदिन पर हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं। हम देश की सेवा में इसी तरह काम करते रहें और उन्हें भारत को सफलता की नई ऊंचाइयों तक ले जाने में अपना समर्थन और सहयोग देते रहेंगे। आइए इस दिन को और आने वाले दिनों को नरेंद्र भाई के एक विशेष मिशन स्वच्छ भारत मिशन के लिए समर्पित करें। ‘स्वच्छता ही सेवा’ अभियान में अपना सक्रिय योगदान दें ताकि महात्मा गांधी के स्वच्छ भारत के सपने को पूरा किया जा सके।

मेरा आप सभी से अनुरोध है कि स्वच्छता के प्रयासों में सक्रियता और उत्साह से शामिल हों और अपने प्रयास की फोटो नरेंद्र मोदी मोबाइल एप पर साझा करें। ताकि दूसरे लोग भी आपके कामों को देखकर प्रेरणा लें ।

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