कांग्रेस का रास्ता दलों को तोड़ने का है, हमारा रास्ता दिलों को जोड़ने का है : नरेन्द्र मोदी

| Published on:

भाजपा राष्ट्रीय अधिवेशन के दूसरे दिन प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने प्रेरक समापन भाषण दिया, जिससे कार्यकर्ताओं में उत्साह का संचार हुआ। श्री मोदी ने कहा कि केंद्र की भारतीय जनता पार्टी सरकार के कार्यकाल ने यह साबित किया है कि देश में बदलाव लाया जा सकता है और सरकार बगैर भ्रष्टाचार के भी चलाई जा सकती है। उन्होंने कहा कि विपक्षी मिलकर ‘मजबूर’ सरकार बनाना चाहते हैं, लेकिन देश चाहता है कि ‘मजबूत’ सरकार बने।

हम यहां उनके भाषण का सारांश प्रकाशित कर रहे हैं-

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 12 जनवरी को नई दिल्ली के ऐतिहासिक रामलीला मैदान में आयोजित भाजपा के दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन के समापन सत्र को संबोधित करते हुए 2019 में फिर से देश के विकास को समर्पित भारतीय जनता पार्टी सरकार को बनाने का आह्वान किया। उन्होंने युगपुरुष स्वामी विवेकानंद जी की पावन 150वीं जन्म जयंती के शुभ अवसर पर उन्हें नमन करते हुए देश के प्रगति के पथ पर आगे बढ़ते रहने की कामना की। साथ ही, उन्होंने पार्टी के लिए गत वर्ष में त्याग और बलिदान देने वाले अमर कार्यकर्ताओं को भी अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि बीते वर्ष भाजपा के जिन कार्यकर्ताओं को विरोधी पार्टियों की राजनीतिक हिंसा की वजह से जान गंवानी पड़ी, उनके परिवारों के प्रति भी मैं संवेदना व्यक्ति करता हूं।

श्री मोदी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय परिषद् की यह पहली बैठक है जो श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी के बिना हो रही है। उन्होंने कहा कि वे जहां भी होंगे, वे पार्टी कार्यकर्ताओं की इस अदम्य ऊर्जा और राष्ट्र के प्रति समर्पण को देखकर उन्हें संतोष की अनुभूति हो रही होगी। उन्होंने कहा कि यदि कोई राजनीतिक दल देश को प्रगति के पथ पर एवं विकास की नई ऊंचाइयों पर ले जा सकता है तो वह केवल और केवल भारतीय जनता पार्टी ही है।

कांग्रेस की फर्स्ट फैमिली का भ्रष्टाचार

प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले पांच वर्षों के शासनकाल में केंद्र की भारतीय जनता पार्टी सरकार पर भ्रष्टाचार का एक भी आरोप नहीं लगा जबकि हमसे पहले की कांग्रेस सरकारों ने देश को भ्रष्टाचार के अंधेरे में धकेल दिया था। उन्होंने कहा कि यदि ये कहा जाय तो भारत ने 2004 से 2014 के महत्वपूर्ण 10 साल घोटालों और भ्रष्टाचार में गंवा दिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और उसका नामदार परिवार सिस्टम को कैसे तोड़ता है, उसका जीता-जागता उदाहरण है – नेशनल हेराल्ड मामला जिसमें कांग्रेस के वर्तमान अध्यक्ष और निवर्तमान अध्यक्ष, दोनों बेल पर जेल से बाहर हैं। इससे यह पता चलता है कि कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व जनता का जमीन और गरीबों का धन भी हड़प लेते हैं। यह केस यूपीए सरकार के वक्त से ही चला आ रहा है। 2012 में इस केस और यंग इंडिया के मामले की जांच शुरू हुई। इतनी सारी एजेंसियों ने समन और नोटिस भेजे, लेकिन कांग्रेस की फर्स्ट फैमिली अपने आपको सबसे ऊपर मानती है। उन्हें लगा कि हम नामदार हैं, राजा हैं और हमसे पूछताछ कैसे हो सकती है। उन्हें सच बताने में बड़ी दिक्कत होती है। जमानत पर बाहर घूमने वाले ये लोग जो किसी संस्था की इज्जत नहीं करते, वे देश का क्या आदर करेंगे?

सल्तनत और संविधान की लड़ाई और घोटालेबाजों के मन में सीबीआई का डर

प्रधानमंत्री ने कहा कि हम संसद में एनिमी प्रॉपर्टी का एक्ट लेकर लाए, कांग्रेस और गठबंधन के साथियों ने उसका विरोध किया। हम सिटीजनशिप अमेंडमेंट बिल लेकर आए, वे फिर विरोध कर रहे हैं। हम कोर्ट के आदेश के तहत एनआरसी लेकर आए और इसका भी विरोध किया गया। हम तीन तलाक बिल लाए, फिर से इन दलों द्वारा विरोध किया गया। ये किस प्रकार की राजनीति है?

श्री मोदी ने कहा कि आन्ध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल के बाद अब कांग्रेस शासित छत्तीसगढ़ ने भी अपने प्रदेश में सीबीआई को प्रतिबंधित कर दिया है। आखिर इनको किस चीज का डर सता रहा है? उन्होंने देश की जनता को याद दिलाते हुए कहा कि जब मैं गुजरात का मुख्यमंत्री था, तब 12 साल तक लगातार कांग्रेस और उसके साथियों ने हर तरीके से मुझे परेशान करने का काम किया। उन्होंने एक मौका नहीं छोड़ा, उनकी एक भी एजेंसी ऐसी नहीं थी, जिसने मुझे सताया न हो। 2007 में कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता जो मंत्री थे, वे खुद गुजरात आए और चुनावी सभा में दावा किया था कि मोदी कुछ महीने के भीतर जेल चला जाएगा। विधानसभा के भीतर कुछ कांग्रेस नेता भाषण देते थे कि मोदी जेल चला जाएगा, लेकिन देश की जनता ने मुंबई की स्पेशल कोर्ट का फैसला सुना होगा कि किस तरह से यूपीए सरकार का एकमात्र एजेंडा था कि मोदी को किसी भी तरह फंसाना। यूपीए शासन में वर्तमान में हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित भाई शाह को जेल में भी डाल दिया गया। तब भी हमने ऐसा कोई नियम नहीं बनाया कि सीबीआई हमारे राज्य में घुस नहीं सकती है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे पास भी सत्ता थी, लेकिन हम कानून में और सत्य में विश्वास रखते थे जबकि दूसरी तरफ ये लोग हैं जो अपने खुलासों से डरे हुए हैं। आज उन्हें सीबीआई स्वीकार नहीं है, कल कोई दूसरी संस्था स्वीकार नहीं होगी। कांग्रेस पर हमला जारी रखते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने खुद को हमेशा देश की सर्वोच्च संस्थाओं से ऊपर माना है। चाहे वह चुनाव आयोग हो, आरबीआई हो, सीबीआई हो, अन्य जांच एजेंसियां हो या फिर सुप्रीम कोर्ट। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस को हटाने के लिए महाभियोग लाने की भी कोशिश कांग्रेस पार्टी ने की थी। कांग्रेस के लिए CAG, CBI, सुप्रीम कोर्ट, SIT, संविधान सब गलत है, केवल फर्स्ट फैमिली सही है। उन्होंने सवाल किया कि क्या हम राष्ट्र को ऐसे लोगों के भरोसे छोड़ सकते हैं? उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सल्तनत के अनुरूप जो भी नहीं होगा, ये उसका विरोध करते हैं जबकि हमें बाबा साहब अंबेडकर के संविधान पर भरोसा है। ये लड़ाई सल्तनत और संविधान में आस्था रखने वालों के बीच की है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा ये चाहा है कि वे उन योजनाओं का विरोध करेंगे जिससे देश को बेहतर बनाया जा सके। हमने जब-जब देश के हित में काम करना चाहा तब-तब कांग्रेस ने विरोध किया। हमें कांग्रेस का यह रवैया भूलना नहीं है और किसी को भूलने भी नहीं देना है। जमानत पर बाहर घूमने वाले इन नेताओं को न कानून पर विश्वास है, न सत्य पर भरोसा है, और न ही इनको संस्थानों पर विश्वास है। इनको राजशाही पर भरोसा है, लेकिन हम लोकशाही को मनाने वाले लोग हैं।

अयोध्या मामले का जिक्र करते हुए श्री मोदी ने कहा कि कांग्रेस अपने वकीलों के माध्यम से न्यायिक प्रक्रिया में बाधा पहुंचाना चाह रही है। कांग्रेस अयोध्या मामले का समाधान नहीं चाहती। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की मानसिकता की वजह से देश की नदियां बर्बाद हो गईं, योग की बात हुई तो कांग्रेस ने मजाक उड़ाया, जीएसटी का उन्होंने मजाक बनाया। अभी हाल में कांग्रेस ने जम्मू-कश्मीर में हो रहे पंचायत चुनाव का विरोध किया। उन्हें देश की संप्रभुता से कोई मतलब नहीं है। ये वही लोग हैं जो सर्जिकल स्ट्राइक का सबूत मांगते हैं। ये वही लोग हैं जो डोकलाम के समय विदेशी राजनायिकों से मिल कर बात कर रहे थे और ये वही लोग हैं जो सिख दंगों में बेगुनाहों के हत्यारों को बचाने की कोशिश करते हैं।

देश हित के लिए परिवर्तन

प्रधानमंत्री ने कहा कि स्वतंत्रता के बाद यदि सरदार पटेल देश के पहले प्रधानमंत्री बने होते तो देश की तस्वीर कुछ और होती और 2004 के बाद यदि श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी ही देश के प्रधानमंत्री बने रहते तो आज भारत कहीं और होता। उन्होंने कहा कि मैं ये दावा तो नहीं करता कि मैंने सारा कार्य पूरा कर दिया लेकिन मैंने दिन-रात एक करके प्रयास किया है कि कि देश के लोगों का जीवन आसान हो। उन्होंने कहा कि जिस रफ्तार से पहले बिजली गांव-गांव घर-घर पहुंचाई जा रही थी उस रफ्तार में कब तक पूरा देश रोशन होता। जिस रफ्तार से सड़कें बन रही थीं, रेलवे लाइन बन रही थी उसी रफ्तार से कब तक काम पूरा होता ये कहा नहीं जा सकता।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस का रास्ता दलों को तोड़ने का है, हमारा रास्ता दिलों को जोड़ने का है। उन्होंने कहा कि हमने देश के विकास और जन-कल्याण के लिए लगभग 129 योजनाओं की शुरुआत की। क्या इसमें से कोई योजना मोदी के नाम से चलती है? एक भी नहीं, क्योंकि हम स्वयं से बड़ा दल और दल से बड़ा देश को मानते हैं। उन्होंने कहा कि हमने योजनाओं की गति को नया आयाम दिया है। हमने हर क्षेत्र में कार्य-संस्कृति में अभूतपूर्व बदलाव करते हुए ‘नई ऊर्जा, नई गति’ की राह चुनी है जिसके पथ पर आगे बढ़ते हुए देश लगातार विकास की नई ईबारत गढ़ रहा है।

‘कॉमन प्रोसेस’ बनाम ‘कांग्रेस प्रोसेस’

कांग्रेस पर सीधा प्रहार करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि 2014 से पहले देश उस स्थिति में था जब बैंकों में अपना पैसे जमा करने वालों की कोई कद्र नहीं थी। जिनके पास जनता के पैसे की रक्षा की जिम्मेदारी थी, वो ही जनता का पैसा लुटा रहे थे। उन्होंने कहा कि 2004 से 2014 के बीच जनता का पैसा कांग्रेस पार्टी की यूपीए सरकार द्वारा अपने घोटालेबाजों के ऊपर लुटाया जा रहा था।

श्री मोदी ने कहा कि कांग्रेस की सरकार में जनता का पैसा घोटालेबाजों को लोन के रूप में दिया जा रहा था। कांग्रेस के समय लोन लेने के दो तरीके थे। एक था कॉमन प्रोसेस और दूसरा कांग्रेस प्रोसेस। कॉमन प्रोसेस में आप बैंक से लोन मांगते थे और कांग्रेस प्रोसेस में बैंकों को कांग्रेस के घोटालेबाज मित्रों को लोन देने के लिए मजबूर किया जाता था। उन्होंने कहा कि आजादी से लेकर 2008 तक 60 सालों में बैंकों ने मात्र 18 लाख करोड़ रुपये का लोन दिया था, लेकिन 2008 से 2014 तक ये आंकड़ा बढ़कर 52 लाख करोड़ हो गया अर्थात् कांग्रेस ने अपनी सरकार के आख़िरी 6 साल में 34 लाख करोड़ के लोन दिए गए। हमने कांग्रेस प्रोसेस वाली लोन व्यवस्था पर लगाम लगाई है। इसका परिणाम है कि जहां पहले बैंकों का पैसा जा रहा था, वहीं अब बैंकों का पैसा वापस आ रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार के ‘कॉमन प्रोसेस’ में लोगों को बैंकों से लिया गया ऋण चुकाना ही पड़ता था, जबकि ‘कांग्रेस’ प्रोसेस में घोटालेबाजों और डिफॉल्टरों को एक लोन चुकाने के लिए दूसरा लोन और दूसरा लोन चुकाने के लिए तीसरा लोन आसानी से मिल जाता था, तिस पर लोन नहीं चुकाने की भी छूट थी। लेकिन मोदी सरकार में अब तक तीन लाख करोड़ रुपया वापिस लाया जा चुका है।

कांग्रेस पार्टी भ्रष्टाचार के आरोपी बिचौलियों के बचाव में

प्रधानमंत्री ने कहा कि इसी प्रोसेस में एक बिचौलिये को पकड़ कर लाया गया है। उन्होंने कहा कि इस राजदार विदेशी बिचौलिए से जांच एजेंसियों की पूछताछ में मीडिया के हवाले से कई खुलासे हो रहे हैं। ये भी अब पता चल रहा है कि यह बिचौलिया केवल हेलिकॉप्टर घोटाले में ही शामिल नहीं है, बल्कि इसके तार कांग्रेस सरकार के समय लड़ाकू विमान की डील से भी जुड़े हुए हैं। इसलिए तो अपनी पोल खुलने के डर से कांग्रेस वाले बिचौलिए के बचाव में उतर आये। उन्होंने कहा कि अब जब बिचौलियों की पोल खुल रही है तो ये अपशब्दों पर उतर आए हैं। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि मुझ पर ये लोग कितने भी अपशब्दों का प्रयोग क्यों न करें, ये कितना भी झूठ क्यों न बोलें लेकिन यह चौकीदार रुकने वाला नहीं है। देश को लूटने वाले किसी को भी छोड़ा नहीं जाएगा।

देश हित में परिवर्तन के लिए भाजपा सरकार तत्पर

श्री मोदी ने कहा कि केंद्र की भारतीय जनता पार्टी सरकार के कार्यकाल ने यह साबित किया है कि देश में बदलाव लाया जा सकता है और सरकार बगैर भ्रष्टाचार के भी चलाई जा सकती है। भाजपा सरकार के कार्यकाल ने यह साबित किया है कि सत्ता के गलियारों में टलहने वाले दलालों को भी बाहर किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि जीएसटी से जुड़ना, इनकम टैक्स में बढ़ोत्तरी, सब्सिडी को खुद ही देश-हित में छोड़ना – ये ऐसे बदलाव हैं जो यह सिद्ध करता है कि देश के नौजवान राष्ट्र निर्माण में भागीदार बनना चाहते हैं और देश को आगे ले जाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि हम विकास के मार्ग पर ‘सबका साथ, सबका विकास’ के मूल मंत्र के साथ ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ और ‘अन्त्योदय’ के सिद्धांत को चरितार्थ करने के लिए प्रयासरत हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है जब केंद्र सरकार पर भ्रष्टाचार का एक भी आरोप नहीं लगा है। हम सब इस बात पर गर्व कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि जो परंपरा और उच्च मानदंड श्रद्धेय अटल जी हमारे लिए छोड़ गए हैं, उसे हमें मजबूत करना है। उन्होंने कहा कि हम देश के 16 राज्यों में खुद या सहयोगियों के साथ गठबंधन में सरकार चला रहे हैं और हर सरकार जनता के सेवा में अहर्निश लगी हुई है।

आरक्षण नहीं, गरीब युवाओं की आकांक्षाओं को नया आयाम

श्री मोदी ने कहा कि जब हम ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ की बात करते हैं तो उसमें क्षेत्रीय अस्मिताओं और आकांक्षाओं की पूर्ति के लिए पूरा स्थान है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी सरकार ने सामान्य श्रेणी के गरीब युवाओं को शिक्षा और सरकारी नौकरी में 10% का आरक्षण देने का ऐतिहासिक निर्णय लिया है जो नए भारत के आत्मविश्वास को आगे बढ़ाने वाला है। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ आरक्षण नहीं है, बल्कि देश के गरीब युवाओं की आकांक्षाओं को पूरा करने का नया आयाम है जो गरीबी के कारण अपने भविष्य को संवारने से वंचित रह जाते हैं। उन्होंने आगे कहा कि पहले से जिनको आरक्षण की सुविधा मिल रही थी, उनके हक को छेड़े बिना, भारतीय जनता पार्टी की केंद्र सरकार द्वारा सामान्य वर्ग को 10% आरक्षण का प्रावधान किया गया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज के युवाओं को पता है कि उनकी आवाज सुनी जा रही है। वे जानते हैं कि उनके देश की शान मजबूत हो रही है। वे जानते हैं कि देश की आर्थिक और सामरिक हैसियत मजबूत हो रही है। हमें इस विश्वास को बनाए रखना है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग भ्रम फैलाने में लगे हुए हैं, हमें उनकी साजिश को नाकाम भी करना है।

देश की जनता तय करे कि कैसा प्रधान सेवक चाहिए

श्री मोदी ने देश की जनता का आह्वान करते हुए कहा कि क्या आप अपने घर में ऐसे सेवक को पसंद करेंगे जो परिवार के एक-एक सदस्य को एक दूसरे के खिलाफ भड़काए? जो घर का सामान चोरी करे, पैसा चोरी करे और अपने परिवार और रिश्तेदारों में बांट दे? वह मोहल्ले के कुछ लोगों से मिलकर घर की मान-मर्यादा का अनादर करे? घर की में कोई समस्या हो तो वह 2-2, 3-3 महीने छुट्टी मनाने अज्ञात जगह पर चला जाए? जैसे आप अपने घर में सेवक चाहते हैं, वैसे ही तय करें कि देश का प्रधान सेवक कैसा हो। उन्होंने कहा कि देश को रात-दिन कठोर परिश्रम करने वाला, नागरिकों की अपनेपन से सेवा करने वाला, ईमानदारी को उसूल मानने वाला, सबको एकजुट रखने वाला सेवक चाहिए या वो वाला चाहिए? देश तय करे, देश को कैसा सेवक चाहिए।
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में एक भ्रम फैलाया जाता है कि मोदी आयेगा तो सब पलट देगा। मैं कहना चाहता हूं कि मोदी भी पार्टी के इसी संगठन की उपज है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी श्रद्धेय अटल जी, श्रद्धेय कुशाभाऊ ठाकरे जी, श्रद्धेय आडवाणी जी जैसे कई तपस्वी मनीषियों से सिंचित पार्टी है, हम ‘collective responsibility’ में विश्वास रखते हैं। उन्होंने कहा कि ‘मेरा बूथ, सबसे मजबूत’ इसे बढ़ाना होगा। उन्होंने कहा कि हमें विरासत में कमजोर जमीन मिली थी, लेकिन इस जमीन को हमनें मजबूत किया है और आने वाले 5 सालों में इसे और मजबूत करना होगा।

श्री मोदी ने कहा कि संगठन के संस्कार से अगर हम तपे नहीं होते तो हम दूसरों की मीठी-मीठी बातों से फिसल चुके होते। उन्होंने कहा कि पार्टी की महान परंपराओं को अपने जीवन में ढालकर, अनुशासन को जीवन में उतार कर और लाखों कार्यकर्ताओं के तप व त्याग के बल पर हम आज यहां तक पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि हमारे लिए जन-सेवा ही प्रभु-सेवा है। नर-सेवा ही नारायण-सेवा है। उन्होंने कहा कि समता, ममता और समरसता हमारे लिए सामाजिक न्याय की सीढ़ियां हैं। विकास, चौतरफा विकास और सबका साथ-सबका विकास ही हमारा लक्ष्य है।

‘मजबूर’ सरकार बनाम ‘मजबूत’ सरकार

विपक्ष की तथाकथित गठबंधन की राजनीति पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि जिन राजनीतिक दलों का जन्म ही कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस की कार्यसंस्कृति के विरोध में हुआ, आज वे केवल सत्ता और स्वार्थ सिद्धि के लिए एकजुट हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि उस समय तो कांग्रेस पार्टी अपने चरम पर थी जब उसकी नीतियों और विचारधारा के खिलाफ कई दलों का गठन हुआ लेकिन आज जब कांग्रेस रसातल की ओर जा रही है, उसके नेता भ्रष्टाचार में आकंठ डूबे हुए हैं, तब भी ये दल कांग्रेस के सामने सरेंडर कर रहे हैं।

श्री मोदी ने कहा कि एक पुरानी कहावत है कि जो सोया है उसे उठाया जा सकता है लेकिन जो उठा हुआ है और सोने का बहाना कर रहा है उसे उठाया नहीं जा सकता है। उन्होंने कहा कि तेलंगाना में इस कथित गठबंधन की बुरी तरह पराजय हुई है और कर्नाटक में इस गठबंधन सरकार के मुख्यमंत्री कहते हैं कि वह क्लर्क बन कर रह गए हैं। उन्होंने कहा कि अभी तो ये ट्रेलर है, अभी गठबंधन की पूरी फिल्म आनी बाकी है। उन्होंने कहा कि यह पहला अवसर है जब एक व्यक्ति के विरोध में सारे दल एक हो रहे हैं। उन्होंने जनता को आगाह करते हुए कहा कि इनका इरादा क्या है, ये हमें समझना है और लोगों को समझाना भी है कि ये सब मिलकर एक मजबूर सरकार बनाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि यह देश के मतदाताओं को धोखा देने का प्रयास है। ये दल नहीं चाहते कि देश में ‘मजबूत सरकार’ बने और उनकी दुकान फिर बंद हो जाए।

ये दल मजबूर सरकार इसलिए चाहते हैं ताकि भ्रष्टाचार कर सकें जबकि देश की जनता ‘मजबूत सरकार’ चाहते हैं ताकि भ्रष्टाचार खत्म हो सके।
वो मजबूर सरकार चाहते हैं ताकि अपने परिवार, अपने रिश्तेदारों का भला कर सकें, हम ‘मजबूत’ सरकार चाहते हैं ताकि ‘सबका साथ-सबका विकास’ हो सके।

वो मजबूर सरकार चाहते हैं ताकि रक्षा सौदों में दलाली खाई जा सके जबकि हम मजबूत सरकार चाहते हैं ताकि देश की सेना की हर जरूरत को पूरा किया जा सके।

वो मजबूर सरकार चाहते है ताकि किसानों की कर्जमाफी में भी घोटाला कर सकें, हम मजबूत सरकार चाहते हैं ताकि देश के किसानों की आय को दुगुना करते हुए उन्हें सशक्त बना सकें।

वो मजबूर सरकार चाहते हैं ताकि यूरिया घोटाला हो सके, चीनी घोटाला हो सके, हम मजबूत सरकार चाहते हैं ताकि किसानों को समय पर खाद मिले, अपनी फसलों की उचित कीमत मिले।

वो मजबूर सरकार चाहते हैं ताकि फिर से कॉमनवेल्थ जैसे घोटाले हो सकें, हम मजबूत सरकार चाहते हैं ताकि अपने बच्चों को ईमानदारी और पारदर्शिता के साथ खेल की दुनिया में आगे बढ़ा सकें, उन्हें आधुनिक सुविधाएं दे सकें।

वो मजबूर सरकार चाहते हैं ताकि 2G जैसे घोटाले फिर हो सकें, हम मजबूत सरकार चाहते हैं ताकि देश का हर व्यक्ति डिजिटल इंडिया मिशन का लाभ उठा सके।

वो मजबूर सरकार चाहते हैं ताकि अंतरिक्ष में घोटाला किया जा सके, हम मजबूत सरकार चाहते हैं ताकि हम गगनयान प्रक्षेपित कर सकें।

वो मजबूर सरकार चाहते हैं ताकि खदानों की नीलामी में लूट किया जा सके, हम मजबूत सरकार चाहते हैं ताकि हम खदानों की पारदर्शी नीलामी से प्राप्त आय को आदिवासियों के कल्याण के लिए खर्च कर सकें।

वो मजबूर सरकार चाहते हैं ताकि एम्बुलेंस में घोटाले किये जा सकें, हम मजबूत सरकार चाहते हैं ताकि हम आयुष्मान भारत योजना से देश के 50 करोड़ गरीबों का स्वास्थ्य खर्च वहां कर सकें।

मातृशक्ति के सम्मान के लिए कटिबद्ध

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि हर क्षेत्र में विकास के प्रति केंद्र सरकार पूरी तरह से समर्पित है। उन्होंने कहा कि हमारी बेटियां सक्षम हैं और शक्ति का रूप भी। यही कारण है कि भारत के इतिहास में पहली बार सशस्त्र बलों में बेटियों की भागीदारी सुनिश्चित हो रही है, बेटियां फाइटर प्लेन उड़ा रही हैं। उन्होंने कहा कि हम बेटियों के सशक्तिकरण के लिए काम कर रहे हैं लेकिन विपक्ष ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ का मजाक उड़ा रही है।

किसानों के कल्याण के लिए समर्पित केंद्र सरकार

किसानों की समस्या पर बोलते हुए श्री मोदी ने कहा कि जब हम किसानों की समस्या के समाधान की बात करते हैं तो पहले की सच्चाइयों को स्वीकार करना जरूरी है। पहले जिनके पास किसानों की समस्याओं का हल निकालने का जिम्मा था, उन्होंने शॉर्टकट निकाले, उन्होंने किसानों को सिर्फ मतदाता बना रखा। हम अन्नदाता को ऊर्जादाता भी बनाना चाहते हैं। हमारी सरकार ने स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को न सिर्फ लागू किया, बल्कि यह भी सुनिश्चित किया कि किसानों को एमएसपी का डेढ़ गुना दाम मिले। पहले दाल की कीमतों को लेकर हो-हल्ला मचाया जाता था। अब कितने दिन हो गए कि टीवी पर दाल की कीमतों पर कोई ब्रेकिंग न्यूज नहीं आई।

यह इसलिए संभव हुआ क्योंकि हमारी सरकार ने इसके लिए नई नीतियां बनाईं। उन्होंने आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि कांग्रेस की यूपीए सरकार ने अपने आखिरी पांच साल में किसानों से 7 लाख मीट्रिक टन दलहन और तिलहन की खरीद की, जबकि हमने बीते साढ़े चार साल में ही 95 लाख मीट्रिक टन दलहन और तिलहन किसान से खरीदी। उन्होंने कहा कि हम किसानों की आय को दुगुना करने के लिए सतत प्रयत्नशील हैं। हम समस्याओं को चुनौतियों की तरह लेते हैं। उन्होंने कहा कि हमने किसानों की समस्या के समाधान के लिए शॉर्ट टर्म की जगह लॉन्ग टर्म और कठिन डगर को चुना है। इसमें समय तो लगता है लेकिन इससे निकला हल स्थायी होता है। उन्होंने कहा कि किसानों के लिए हम और भी बहुत-कुछ करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि अन्नदाता को हम नई ऊर्जा का नया वाहक बनाना चाहते हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय परिषद में किसान, गरीब और वर्तमान राजनीति से जुड़े प्रस्ताव रखे गए हैं। हमारी कोशिश होनी चाहिए कि हमें इन प्रस्तावों में लिखी एक-एक बात याद हो और ये बातें घर-घर तक पहुंचनी चाहिए।