भारत और म्यांमार के बीच कुल हुए 11 समझौते

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प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने 6-7 सितम्बर के दौरान म्यांमार की सफल यात्रा की। इस यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने म्यांमार की स्टेट काउंसलर आंग सान सू की के साथ द्विपक्षीय वार्ता की और भारत और म्यांमार के बीच कुल 11 समझौते हुए। इन समझौतों में भारत गणतंत्र सरकार और म्यांमार संघ गणतंत्र के बीच समुद्री सुरक्षा सहयोग पर एमओयू, वर्ष 2017-20 के लिए भारत गणतंत्र सरकार और म्यांमार संघ गणतंत्र के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान, येमथिन, म्यांमार में महिला पुलिस प्रशिक्षण केंद्र के उन्नयन के लिए सहयोग बढ़ाने पर भारत गणतंत्र सरकार और म्यांमार संघ गणतंत्र के बीच एमओयू प्रमुख हैं।

पड़ोसी होने के नाते सुरक्षा के क्षेत्र में हमारे हित एक जैसे: नरेंद्र मोदी

धानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने म्यांमार की स्टेट काउंसलर आंग सान सू की के साथ मुलाकात करने के बाद साझा प्रेस वार्ता को संबोधित किया। प्रेस वार्ता के दौरान उन्होंने कहा कि पड़ोसी होने के नाते, सुरक्षा के क्षेत्र में हमारे हित एक जैसे ही हैं। यह ज़रूरी है कि हम अपनी लंबी ज़मीनी और समुद्री सीमा पर सुरक्षा और स्थिरता बनाए रखने के लिए मिलकर काम करें। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे दोनों देशों के बीच आज हुए समझौतों से हमारे बहुमुखी द्विपक्षीय सहयोग को और भी बल मिलेगा।

लोगों का सम्पर्क ही भारत-म्यांमार संबंधों की ताकत है

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 6 सितम्बर को म्यांमार के यांगून में भारतीय समुदाय को संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने सभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘आप हजारों वर्षों की साझा संस्कृति एवं सभ्यता, भूगोल एवं इतिहास, भारत एवं म्यांमार के महान बेटे-बेटियों की आकांक्षाओं एवं उपलब्धियों का प्रतिनिधित्व करते हैं।’

प्रधानमंत्री ने कहा कि प्रवासी भारतीय समुदाय भारत के लिए ‘राष्ट्र-दूत’ जैसा है। उन्होंने कहा कि योग की वैश्विक मान्यता प्रवासी भारतीय समुदाय की उपलब्धि है, जो इसे दुनिया के सभी कोनों में ले जाती है। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘जब मैं आपसे मिलता हूं तो मुझे लगता है कि विदेश में रहने वाले हमारे लोगों का भारत के सरकारी अधिकारियों के साथ संचार महज एकतरफा नहीं है।’ प्रधानमंत्री ने कहा, ‘हम अपने देश में केवल सुधार ही नहीं कर रहे हैं, बल्कि हम उसे बदल रहे हैं।’ उन्होंने कहा कि भारत को गरीबी, आतंकवाद, भ्रष्टाचार, सांप्रदायिकता और जातिवाद से मुक्त बनाया जा रहा है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत में केंद्र सरकार बुनियादी ढांचे पर ध्यान केंद्रित कर रही है। उन्होंने कहा कि अच्छा बुनियादी ढांचा अकेले सड़कों और रेलवे तक सीमित नहीं होता, बल्कि उसमें कई अन्य पहलू भी शामिल होते हैं जो समाज में गुणात्मक बदलाव लाते हैं। उन्होंने कहा कि सरकार कठिन निर्णय लेने से हिचकती नहीं है। प्रधानमंत्री ने कहा कि जीएसटी देश भर में एक नई संस्कृति का विकास कर रही है। उन्होंने कहा कि भारत के लोगों को विश्वास है कि भारत को बदला जा सकता है और हम अपनी व्यवस्था में प्रवेश कर चुकी कुछ बुराइयों से मुक्त हो सकते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि लोगों से लोगों का सम्पर्क ही भारत-म्यांमार संबंधों की ताकत है।

प्रधानमंत्री ने बगान के आनंद मंदिर का दौरा किया

प्रधानमंत्री ने 6 सितम्बर को बगान के आनंद मंदिर का दौरा किया। यह एक बौद्ध मंदिर है जो 12वीं सदी की शुरुआत में बनाया गया था। यह पूरे बगान क्षेत्र का दूसरा सबसे बड़ा मंदिर है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने इस मंदिर के संरचनात्मक एवं रासायनिक संरक्षण का कार्य किया है। वहां पिछले साल भूकंप से हुए नुकसान के बाद मरम्मत कार्य चल रहा है। प्रधानमंत्री को मंदिर में चल रहे मरम्मत कार्य की फोटो प्रदर्शनी भी दिखाई गई। उन्होंने प्रार्थना के साथ ही मंदिर की परिक्रमा भी की। उस दौरान एएसआई के प्रतिनिधियों ने उन्हें मंदिर के जीर्णेाद्धार प्रक्रिया के बारे में बताया।

एएसआई ने एशिया के विभिन्न देशों में कई प्रमुख संरक्षण कार्य किए हैं। आनंद मंदिर के अलावा इसमें अफगानिस्तान के बामियान बुद्ध, कंबोडिया के अंगकोर वाट, लाओस के वाट फोउ मंदिर और वियतनाम के माई सन टेम्पल शामिल हैं।

प्रधानमंत्री का म्यांमार स्टेट काउंसिलर आंग सान सू की को उपहार

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने म्यांमार स्टेट काउंसिलर आंग सान सू की को उस मूल शोध प्रस्ताव का एक स्पेशियल रिप्रोडक्शन भेंट किया, जो उन्होंने मई 1986 में शिमला में भारतीय उच्च अध्ययन संस्थान में अध्येतावृत्ति के लिए प्रस्तुत किया था। शोध प्रस्ताव का शीर्षक था ‘‘दि ग्रोथ एंड डिवलपमेंट ऑफ बर्मीस एंड इंडियन इंटेक्लेक्चुअल ट्रेडिशन्स अंडर कोलोनिएलिज्म’: ए कम्पेरेटिव स्ट्डी।’’

भारत और म्यांमार के बीच अन्य प्रमुख समझौते

-भारतीय नौसेना और म्यांमार नौसेना के बीच व्हाइट शिपिंग सूचना को साझा करने के लिए एमओयू

-तटवर्ती निगरानी तंत्र उपलब्ध कराने के लिए भारत गणतंत्र सरकार और म्यांमार संघ गणतंत्र के बीच तकनीकी समझौता

-केंद्रीय औषध मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ), स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत गणतंत्र और खाद्य एवं औषध (एफडीए), स्वास्थ्य एवं खेल मंत्रालय, म्यांमार के बीच चिकित्सा उत्पादों के विनियमन के लिए एमओयू

-स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत गणतंत्र और स्वास्थ्य एवं खेल मंत्रालय, म्यांमार संघ गणतंत्र के बीच स्वथ्य और चिकित्सा के क्षेत्र में एमओयू

-एमआईआईटी स्थापना पर एमओयू को बढ़ाने के लिए दस्तावेजों का आदान-प्रदान आईटी-स्किल के संवर्धन के लिए भारत-म्यांमार केंद्र की स्थापना पर एमओयू को बढ़ाने के लिए दस्तावेजों का आदान-प्रदान भारत के निर्वाचन आयोग और म्यांमार के संघीय निर्वान आयोग के बीच निर्वाचन के क्षेत्र में एमओयू

-म्यांमार प्रेस काउंसिल और भारतीय प्रेस परिषद के बीच एमओयू

-आईटी-स्किल के संवर्धन के लिए भारत-म्यांमार केंद्र की स्थापना पर एमओयू को बढ़ाने के लिए दस्तावेजों का आदान-प्रदान