भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने दिवंगत नेता श्री रामविलास पासवान के निधन पर शोक व्यक्त किया

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केंद्रीय मंत्री, समाजवाद के प्रखर स्तंभ एवं लोकप्रिय जन-प्रतिनिधि श्री राम विलास पासवान जी के असामयिक निधन से दुखी एवं स्तब्ध हूँ। वे हमारे बीच नहीं रहे, यह दिल को बहुत दुख देने वाली खबर है। वे ऐसे जन-नेता थे जिन्होंने अपना संपूर्ण जीवन गरीबों, शोषितों, वंचितों और पीड़ितों के उत्थान में समर्पित कर दिया था।
बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी श्री पासवान ने राजनीतिक और सामाजिक जीवन में एक लंबा सफ़र तय किया है। वे पहली बार 1969 में बिहार विधानसभा पहुंचे थे। वे 9 बार लोक सभा और दो बार राज्य सभा के सदस्य रहे। वे पिछले पांच दशक से भी ज्यादा वक्त से राजनीतिक में सक्रिय थे और देश के बड़े नेताओं में उनकी पहचान होती थी। उन्होंने देश के छः प्रधानमंत्रियों के साथ काम किया। अपने राजनीतिक जीवन में उन्होंने उन्होंने श्रम कल्याण मंत्रालय, रेल मंत्रालय, संसदीय मामलों के मंत्रालय, संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, कोयला एवं खदान मंत्रालय, रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय, स्टील मंत्रालय से लेकर खाद्य और उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय का काम बखूबी संभाला।
श्री पासवान बेहद सरल और मृदुभाषी व्यक्तित्व के धनी थे। अपने स्वभाव से वे सबको साथ लेकर चलने वाले व्यक्ति थे। मैंने उन्हें अपने युवा काल से ही देखा है। जब मैं पटना में विश्वविद्यालय का छात्र था, तब वे वहां अक्सर छात्रों से मिलने आया करते थे। वे सदैव एक फायरब्रांड नेता के रूप में प्रतिष्ठित रहे जिन्होंने हमेशा गरीबों, पीड़ितों, वंचितों व समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति के लिए लड़ाई लड़ी। उनका निधन न केवल बिहार, बल्कि समग्र राष्ट्र के लिए अपूरणीय क्षति है जिसकी भरपाई संभव नहीं है।
दुःख की इस घड़ी में मैं स्वयं एवं पार्टी कार्यकर्ताओं की ओर से श्रद्धेय श्री राम विलास पासवान के शोकाकुल परिवार एवं सहयोगियों के प्रति अपनी गहरी संवेदना प्रकट करता हूँ। साथ ही, भगवान से दिवंगत आत्‍मा की शांति और शोक संतप्‍त परिवार को धैर्य और साहस प्रदान करने की प्रार्थना करते हुए अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ। ॐ शांति