उत्तर प्रदेश की तकनीकी शिक्षा मंत्री श्रीमती कमल रानी वरुण का दो अगस्त को लखनऊ स्थित संजय गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में निधन हो गया। 62 वर्षीय श्रीमती कमल रानी कानपुर की घाटमपुर सीट से विधायक थीं। पूर्व में वह दो बार सांसद भी रह चुकी थीं। तीन मई 1958 को जन्मीं श्रीमती कमल रानी 21 अगस्त 2019 को मंत्री बनी थीं।
- प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने शोक व्यक्त करते हुए ट्वीट किया कि उत्तर प्रदेश सरकार की मंत्री श्रीमती कमल रानी वरुणजी के निधन से बहुत दु:ख हुआ। उनका पूरा जीवन समाजसेवा के प्रति समर्पित रहा। उन्होंने राज्य में भाजपा को मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। शोक की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिजनों और समर्थकों के साथ हैं। ओम शांति!
- उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने शोक संदेश में कहा है कि कमल रानी बहुत अनुभवी और सक्षम नेता थीं। उन्होंने अपनी हर जिम्मेदारी को बखूबी निभाया। वह एक समर्पित जनप्रतिनिधि थीं, जिन्होंने हमेशा समाज के दबे कुचले वर्गों के कल्याण के लिए काम किया।